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नेपाल के 10 खूबसूरत शहर,पोखारा दूसरे स्थान पर|

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1.काठमांडू. #kathmandu. काठमांडू नेपाल की राजधानी है,और यह बेहद खूबसूरत शहर है,जहाँ दुनियाभर से पर्यटक आते है, इसे किंगडम ऑफ़ नेपाल(kingdom of nepal) भी कहते है तथा यह शहर चारो और से पहाड़ियों से घिरा हुआ शहर है जो की 50.8 वर्ग किमी.मे फैला हुआ है व यह शहर ूनेस्को(unesco) की विश्व ध्रोहर मे शामिल है| #2.पोखारा #Pokhara. पोखारा नेपाल का दूसरा सबसे खुबसूरत शहर है,यहा भी काफी सख्या मे दुनियाभर से पर्यटक आते है,यह शहर नेपाल के पश्चिमी विकास क्षेत्र मे बना एक नगर है जो कास्की जिले के पोखारा घाटी मे स्थित है। #3.बुटवल #Butwal. बुटवल नेपाल के दक्षिणी-पश्चिमी पहाड़ी व तराई क्षेत्र मे की बीच स्थित है और यह भारत बॉर्डर पर स्थित है व भारत की और से सड़क मार्ग से नेपाल जाने के लिये इसी कस्बे से होकर गुजरना होता है या फिर इसे नेपाल #4.भरतपुर #Bhartpur. यह शहर नारायणी नदी के किनारे पर बसा हुआ शहर है,जो नेपाल के सबसे लम्बे महेंद्र राजमार्ग के पूर्वी पश्चिमी केंद्र मे स्थित है,तथा यह शहर नेपाल का महत्वपूर्ण ट्रांसपोर्टेशन जंक्शन भी है,व भरतपुर तेजी से लगातार आगे बढ़ रहा है और यहा की मैन इंडस्...

कलयुग के अंत से पहले दिखने लगेंगे ये लक्षण, पुराणों में है भविष्‍यवाणी

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आज के दौर में अधिकांश लोग मानव मूल्यों के ह्रास के लिए कलयुग को जिम्मेदार मानते हैं। ऐसे में जब भी कभी इस तरह की बातें सामने आती हैं तो लोग कहते हैं कि ये सारा कलयुग का प्रभाव है। पर क्या आप जानते हैं कि हमारे धर्म शास्त्रों में कलयुग के अंत के बारे में भी कहा गया है। ऐसे में इस कलयुग का अंत कब होगा, ये बात हर कोई जानना चाहता है। इस संबंध में जानकारों का कहना है कि कलयुग के अंत के संबंध में सनातन धर्म के कई ग्रंथों में इसके लक्षणों के बारें में बताया गया है। आइए जानते है पुराणों मे बताई गई कुछ खास लक्षणों के बरेमे। 1. भागवत पुराण में लिखा हैं जब सभी वेदों को छोड़कर मनुष्य संस्कारशून्य हो जाएंगे तब ऐसे लोग सत्ता पे काबिज होंगे। ये सबके सब परले सिरे के झूठे, अधार्मिक और स्वल्प दान करने वाले होंगे, दूसरे की स्त्री और धन हथिया लेने में ये सदा उत्सुक रहेंगे। न तो इन्हें बढ़ते देर लगेगी और न घटते। इनकी शक्ति और आयु थोड़ी होगी। राजा के वेश में ये म्लेच्‍छ ही होंगे।” छोटी बातों को लेकर ही ये क्रोध के मारे आग-बबूला हो जाएंगे| वे लूट-खसोटकर अपनी प्रजा का खून ...

नेपाल के दर्शनीय स्थल और घूमने की 10 खास जगह – Nepal Top 10 Places To Visit

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Nepal Tourist Places नेपाल दुनिया का एक बहुत ही खूबसूरत देश है जिसको ‘दुनिया की छत’ के रूप में भी जाना जाता है। नेपाल एक प्यारा हिमालयी देश है जो यहाँ आने वाले पर्यटकों को बेहद आकर्षित करता है। नेपाल आने वाले लोग यहां की यात्रा कई कारणों से करते हैं जैसे कुछ लोग यहां के बड़े-बड़े पर्वतों के आकर्षण में आते हैं तो कई लोग हिमालय में चढ़ाई या ट्रेकिंग करने के लिए नेपाल आते हैं। कई लोग ऐसे भी होते हैं जो नेपाल की संस्कृति और यहां के खास पर्यटक स्थलों को देखने के लिए आते हैं। खूबसूरत पहाड़ की चोटियों के साथ-साथ नेपाल बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक प्रमुख धार्मिक केंद्र भी है। नेपाल की सबसे खास बात यह है कि इस देश में अपराध की दर काफी काम है जिसकी वजह से यह एक बहुत ही सुरक्षित पर्यटन देश बन जाता है। . नेपाल का इतिहास – के सबसे खूबसूरत देशों में से एक नेपाल में मूल रूप से शाह वंश का शासन था। उन्होंने सिक्किम (भारत) तक और सतलज नदी से परे अपने साम्राज्य के भौगोलिक क्षेत्र का विस्तार किया। ब्रिटिशकाल 1814 में अंग्रेजों ने एक युद्ध की घोषणा की और 1816 में नेपाल पर विजय...

कैसे हुई कलियुग की शुरुवात और कब होगा इसका अन्त

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दोस्तो कलियुग की शुरुआत कैसे हुई ?हिंदू पुराणों में चतुर्युग यानी चार युगों का वर्णन मिलता है सतयुग, त्रेता युग, द्वापर युग, और कलियुग यह देवताओं के 12000 दिव्य वर्षों के समान होता है, समस्त चतुर्युग एक समान होते है सतयुग से शुरू होकर कलयुग में अंत होता हैं !हिंदू मान्यताओं और पुराणों के अनुसार पृथ्वी पर अभी कल युग चल रहा है ! इस युग के बारे में पहले से ही लिखा है, कि कलयुग में पाप बहुत बढ़ जाएंगे और लोग धर्म के रास्ते से भटक जाएंगे ! चारों तरफ अधर्म फैल जाएगा और उस समय भगवान विष्णु के दसवे अवतार कल्कि धरती पर अवतरित होंगे और अपने देवदत्त घोड़े पर सवार होकर पाप का सर्वनाश करेंगे। पुराणों में यह भी लिखा है, कि कलयुग में मनुष्य का जीवन काल बहुत छोटा हो जाएगा ! वह युवावस्था से पहले ही मृत्यु को प्राप्त होने लगेंगे !मनुष्य की उम्र सिर्फ 20 वर्ष की रह जाएगी !जबकि पहले के युग में मनुष्य 500 सालों से भी ज्यादा जीवित रहते थे। लेकिन कब शुर हुआ कलयुग और कैसे होगा इसका अंत ? यह बहुत ही कम लोग जानते हैं ! इसके अलावा भी कलयुग से जुड़ी कई मान्यताएं और पौराणिक घटनाएं हैं । भारत के म...

नेपाल के कुछ धार्मिक स्थल

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नेपाल एक बहुत ही खूबसूरत देश है। यहां के प्राकृतिक नजारे देखना तो अद्भुत है। पोखरा, काठमांडू, नगरकोट, भक्तपुर, सागरमथ नेशनल पार्क, चितवन नेशनल पार्क, जनकपुर, लुम्बिनी आदि कई जगहे हैं जहां आपको हिमालय के दर्शन के साथ ही झील, सरोवर और जंगल के दर्शन भी होंगे। यहां पर्यटन के लिए कई हिल स्टेशन भी हैं जहां जाकर आपका मन रोमांचित हो जाएगा। आओ जानते हैं यहां के प्रमुख 15 धार्मिक स्थलों की संक्षिप्त जानकारी। पशुपतिनाथ मंदिर, काठमांडू : विश्व में दो पशुपतिनाथ मंदिर प्रसिद्ध है एक नेपाल के काठमांडू का और दूसरा भारत के मंदसौर का। दोनों ही मंदिर में मुर्तियां समान आकृति वाली है। नेपाल का मंदिर बागमती नदी के किनारे काठमांडू में स्थित है और इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल किया गया है। यह मंदिर भव्य है और यहां पर देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। केदारनाथ और पशुपतिनाथ मंदिर के दोनों ज्योतिर्लिंग मिलकर ही पूर्ण ज्योतिर्लिंग बनता है। जानकी मंदिर, जनकपुर : रामायण काल में मिथिला के राजा जनक थे। उनकी राजधानी का नाम जनकपुर है। जनकपुर नेपाल का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह नेपाल की राजधानी काठमांडू...

क्या कल्कि अवतार का जन्म हो चुका है?

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दोस्तो जब जब धर्म की हानि होने लगती है और अधर्म बढ़ने लगता है, तब-तब भगवान ने धरती पर जन्म लेकर पापों का विनाश किया है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि श्रीमद भगवद गीता में स्वयं श्रीकृष्ण ने ऐसा कहा है। कभी मत्स्य अवतार, कभी वराह अवतार, कभी परशुराम तो कभी प्रभू श्रीराम के रूप में जन्म लेकर भगवान विष्णु ने धरती में से अधर्म का विनाश कर धर्म की स्थापना की है। अभी हम कलियुग में जी रहे हैं। पुराणों में कलियुग को सभी युगों में सबसे निकृष्ट माना गया है। इस युग में पाप, अनैतिकता, लोभ, अधर्म सभी अपने चरम पर होगा। लोग संबंधों का ख्याल रखें बिना एक-दूसरे को नुकसान पहुचांएगे, नैतिकता नाम की कोई चीज इंसान के मन में नहीं होगा, प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला जारी रहेगा इत्यादि। पुराणों के अनुसार,जब कलियुग अपने चरम पर होगा तब भगवान अपने दसवें अवतार में भगवान कल्कि रूप में धरती पर अवतरित होंगे। सतयुग से लेकर द्वापर युग तक भगवान विष्णु के अब तक नौ अवतार धरती पर अवतरित हो चुके हैं और अब कलयुग की बारी है। इस युग में उनके दसवें अवतार का इंतजार किया जा रहा है। जो संसार से बुराइयों को खत्म कर...

क्या होगा कलियुग का अंत और स्वरूप

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दोस्तो सब बोलते हैं कलियुग चल रहा है,कई हजार वर्ष पूर्व भागवत गीता में शुकदेवजी ने जिस बारीकी से और विस्तार के साथ कलयुग का वर्णन किया है वह हमारी आंखें खोलने के लिए काफी है। आज उसी वर्णन अनुसार ही घटनाएं घट रही है और आगे भी जो लिखा है वैसा ही घटेगा। कलियुग यानी काला युग, कलह-क्लेश का युग, जिस युग में सभी के मन में असंतोष हो, सभी मानसिक रूप से दुखी हों, वह युग ही कलियुग है। इस युग में धर्म का सिर्फ एक चैथाई अंश ही रह जाता है। कलियुग का प्रारंभ 3102 ईसा पूर्व हुआ था। श्रीमद्भागवत पुराण और भविष्यपुराण में कलियुग के अंत का वर्णन मिलता है। कलियुग में भगवान कल्कि का अवतार होगा, जो पापियों का संहार करके फिर से सतयुग की स्थापना करेंगे। कलियुग के अंत और कल्कि अवतार के संबंध में अन्य पुराणों में भी इसका वर्णन मिलता है। कब होगा कलियुग का अंत : मनुष्य का एक मास, पितरों का एक दिन रात। मनुष्य का एक वर्ष देवता का एक दिन रात। मनुष्य के 30 वर्ष देवता का एक मास। मनुष्य के 360 वर्ष देवता का एक वर्ष (दिव्य वर्ष)। मनुष्य के 432000 वर्ष। देवताओं के 1200 दिव्य वर्ष अर्थात एक कलियुग। मनुष्य...